कानपुर- अमृत विचार कानपुर संस्करण में संस्थापक संपादक रहे वरिष्ठ पत्रकार महेश शर्मा छंटनी का शिकार हो गए हैं। उनको 60 साल से ज्यादा उम्र का बताकर संपादकीय प्रभारी दिग्विजय सिंह ने उन्हें ऑफिस आने से रोक दिया है।
महेश शर्मा ने कल सुबह खुद अपनी फेसबुक पोस्ट पर लिख कर यह जानकारी दी है। वे कुछ दिनों से ऑफिस नहीं आ रहे हैं।
हालांकि, अमृत विचार कानपुर में 60 साल से ज्यादा उम्र के 4 और अन्य लोग काम कर रहे हैं। उनको काम से नहीं रोका गया है। सिर्फ महेश शर्मा को ही निशाना बनाया गया है इसलिए इसमें साजिश की भी बू आ रही है।
महेश शर्मा की पोस्ट पर बहुत सारे कमेंट भी आए हैं जिसमें एक वरिष्ठ पत्रकार ने इस घटना में किसी विभीषण के होने का शक जताया है। अब सब विभीषण की चर्चा कर रहे हैं।
बता दें कि अमृत विचार कानपुर से इससे पहले पुरूषोतम द्विवेदी, मनीष तिवारी, जितेंद्र कुमार, नितेश दुबे, दीपक कुमार, शुभम शुक्ला और कई अन्य स्टाफ की भी छंटनी की जा चुकी है और अधिकतर लोगों ने लेबर कोर्ट की शरण ली है। इस यूनिट का काम ब्यूरो की तरह होता जा रहा है।
