आज राजस्थान के प्रख्यात और अनुभवी पत्रकार श्री श्रीपाल शक्तावत ने ‘सच बेधड़क’ मीडिया समूह में निदेशक (न्यूज़) के रूप में कार्यभार संभाल लिया है, इस महत्वपूर्ण अवसर पर ‘सच बेधड़क’ के फाउंडर और एडिटर इन चीफ श्री विनायक शर्मा ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया, इस दौरान मीडिया ग्रुप के वाइस प्रेसिडेंट श्री कार्तिक शर्मा और नेशनल बिजनेस हेड श्री भंवर भीम सिंह भी मौजूद रहे
श्रीपाल शक्तावत एक बार टीवी चैनल्स की दुनिया में सक्रिय नजर आयेंगे। उन्होंने अपनी नई पारी राजस्थान में तीन साल से चल रहे सैटेलाइट चैनल ” सच बेधड़क” से शुरू की है । शक्तावत इस चैनल से डायरेक्टर -न्यूज के तौर से जुड़े हैं । चैनल की रि लांचिंग से लेकर चैनल को राजस्थान के साथ साथ अन्य प्रदेशों में ले जाने जैसी योजनाओं के साथ वह अपनी भूमिका अदा करेंगे ।
नेटवर्क 18 से अलग होने के बाद वह मुंबई के कुछ सिने प्रोजेक्ट और न्यू मीडिया से जुड़े हुए थे ।
खोजी पत्रकारिता के लिए देश दुनिया में पहचान रखने वाले शक्तावत इससे पहले न्यूज 18 राजस्थान ,आजतक ,इंडिया न्यूज ,पी 7, सीएनईबी,वॉइस ऑफ इंडिया,सहारा समय जैसे चर्चित टीवी चैनल्स और अपने जमाने की मशहूर राजनीतिक पाक्षिक -माया में बतौर पत्रकार बड़ी भूमिकाएं निभा चुके हैं ।
90 के दशक में कस्टोडियल डेथ पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी गाइड लाइन,मानव अधिकार आयोग के गठन और बुजुर्गों के संरक्षण कानून -2007 की बुनियाद श्रीपाल शक्तावत द्वारा माया में की गई स्टोरीज बेरहमी बेमिसाल और बर्बरता बरकरार तथा सहारा समय में एक 85 वर्षीय बुजुर्ग महिला के साथ निर्मम व्यवहार पर खुफिया कैमरे की मदद से की गई स्टोरी -एक अभागी मां को माना जाता है । यह स्टोरी बिना किसी ब्रेक के तेरह घंटे तक लाइव प्रसारित होने की वजह से ही नहीं , सहारा को सबसे अधिक टीआरपी देने के लिए भी याद की जाती है ।
शक्तावत व उनकी साथी पत्रकार द्वारा 140 डॉक्टर्स पर किए गए स्टिंग – कोख में कत्ल की चर्चा वॉशिंगटन टाइम्स ,गार्डियन ,बीबीसी ,नाइट राइडर ही नहीं आमिर खान के चर्चित शो -सत्यमेव जयते में हुई । इस स्टिंग का प्रसारण सहारा टीवी नेटवर्क पर किया गया था ।
नोटबंदी के दौरान आजतक , इंडिया टुडे के लिए नागालैंड में किए गए स्टिंग द्वारा श्रीपाल शक्तावत ने बंद किए गए 500 और 1000 के नोटों से वहां हथियार खरीद का खुलासा किया था । टीवी चैनल इंडिया टुडे इंग्लिश पर प्रसारित इस स्टिंग में शक्तावत ने नागा अकाउंट्स में नोटबंदी के दौरान चलन से बाहर हुए नोटों का भी खुलासा किया था । राजस्थान के चर्चित भंवरी देवी प्रकरण में भी सीबीआई शक्तावत द्वारा पी 7 पर किए गए सीडी के प्रसारण के बाद ही 18 आरोपियों की जेल यात्रा सुनिश्चित कर सकी थी ।
कई जिलों में वांछित डाकू धन सिंह और भूपेंद्र सिंह के लाइव आत्मसमर्पण करवा चुके श्रीपाल शक्तावत के नाम ऐसी सैंकड़ों कहानियां हैं,जिन पर फिल्मकारों की भी निगाहें टिकी हैं ।
लंबे अरसे से मौन धारण कर मुंबईया प्रोजेक्ट्स में जुटे शक्तावत फिर पत्रकारिता में सक्रिय भूमिका अदा करें ,इस कोशिश में सभी चहेते जुटे थे । इस बार उनके पुराने साथियों की ईच्छा को वह टाल नहीं पाए और अब ताल ठोक कर फिर मैदान में उतर गए हैं ।
उनकी यह पारी पहले से भी ज्यादा सफल और चर्चित हो ,शुभकामनाएं ।
