उन्नाव बांगरमऊ क्षेत्र के निर्दोष युवा को हत्या के जघन्य अपराध के मुकदमे में झूठा फंसा कर जेल भेज दिया गया था जिसे आज माननीय उच्च न्यायालय ने Media4samachar के लीगल सलाहकार हाइकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता श्री संजीव त्रिवेदी जी के शानदार तर्कों को मानते हुए तत्काल जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया।
संजीव नियमित रूप से उच्च न्यायालय और विभिन्न राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरणों,कंपनी कानून अपीलीय न्यायाधिकरणों और मध्यस्थ न्यायाधिकरणों के साथ-साथ भारत के सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष सिविल, वाणिज्यिक और संविदात्मक विवादों में ग्राहकों को सलाह देते हैं और उनका प्रतिनिधित्व करते हैं।
संजीव ने सरकारी उपक्रमों, निगमों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों और कई निजी एवं सूचीबद्ध कंपनियों को सहायता और परामर्श प्रदान किया है। उन्होंने मजिस्ट्रेट न्यायालयों, जिला न्यायालयों, उच्च न्यायालयों और भारत के सर्वोच्च न्यायालय सहित भारत भर की अदालतों में अपने मुवक्किलों का प्रतिनिधित्व किया है।
भारतीय संविधान जिन्दाबाद
उच्च न्यायालय जिन्दाबाद
