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“सच बेधड़क न्यूज चैनल” की छवि को नुकसान पहुँचाने की साज़िश-चैनल ने शुरू की कानूनी कार्यवाही,वरिष्ठ महिला अधिकारी द्वारा महिला थाने और महिला आयोग में दर्ज कराई जाएगी शिकायत

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स्वतंत्र और निर्भीक पत्रकारिता के लिए समर्पित “सच बेधड़क मीडिया ग्रुप” इन दिनों एक सुनियोजित और दुर्भावनापूर्ण दुष्प्रचार अभियान का सामना कर रहा है। कुछ असामाजिक तत्वों और आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्तियों ने सोशल मीडिया और अन्य डिजिटल माध्यमों पर न केवल चैनल की प्रतिष्ठा को ठेस पहुँचाने का प्रयास किया, बल्कि संस्थान की वरिष्ठ महिला अधिकारी पर भी अशोभनीय, यौन प्रकृति के और पूरी तरह से झूठे आरोप लगाए। जो स्पष्ट रूप से अवैध और दंडनीय है।

इस पूरे षड्यंत्र की कमान एक स्वयंभू और विवादास्पद तथाकथित पत्रकार ने संभाली हुई है, जिसका अतीत गंभीर आपराधिक गतिविधियों से जुड़ा रहा है। इस व्यक्ति को पूर्व में अवैध ज़मीन कब्ज़े और सेक्स रैकेट जैसे संगीन मामलों में गिरफ़्तार किया जा चुका है। इन्हीं कारणों से उसे एक प्रतिष्ठित मीडिया संस्थान से निष्कासित कर दिया गया था। निष्कासन के बाद उसने “सच बेधड़क” में प्रवेश किया और संस्था के भीतर असंतोष फैलाने, कर्मचारियों को बहकाने तथा आंतरिक नीतियों के विरुद्ध माहौल बनाने का प्रयास किया।

संस्थान में कार्यरत रहते हुए इस व्यक्ति ने कई बार अशोभनीय और उपद्रवपूर्ण गतिविधियों में हिस्सा लिया। इसके अतिरिक्त, उसके विरुद्ध एक महिला कर्मचारी से दुर्व्यवहार करने के गंभीर आरोप भी सामने आए, जो संस्था के लिए अस्वीकार्य है। इतना ही नहीं, इस व्यक्ति के साथ-साथ इस अभियान से जुड़े एक अन्य व्यक्ति ने संस्थान के गोपनीय दस्तावेज़ों के साथ छेड़छाड़ करने का प्रयास किया, जो कंपनी की गोपनीयता नीति का स्पष्ट उल्लंघन था। इन सभी गंभीर कृत्यों के चलते, संस्थान ने उन्हें तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर दिया।

महत्वपूर्ण बात यह है कि संस्था के पास इन सभी घटनाओं से संबंधित ठोस सबूत और दस्तावेज़ी प्रमाण मौजूद हैं, जिनके आधार पर अब कंपनी इन सभी व्यक्तियों के विरुद्ध विधिक कार्रवाई शुरू कर रही है। साथ ही, “सच बेधड़क मीडिया ग्रुप” की वरिष्ठ महिला अधिकारी द्वारा महिला थाने और महिला आयोग में बहुत शीघ्र महिला की गरिमा पर यौन प्रकृति के झूठे आरोप, असत्य प्रचार द्वारा सामाजिक अस्थिरता फैलाना, झूठे व अपमानजनक प्रचार द्वारा प्रतिष्ठा को ठेस पहुँचाना और मानसिक प्रताड़ना व धमकी जैसे गंभीर अपराधों के संदर्भ में एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी। यह कदम केवल व्यक्तिगत सुरक्षा और सम्मान की रक्षा के लिए नहीं, बल्कि कार्यस्थल की गरिमा, पत्रकारिता की साख और समाज में महिलाओं के सुरक्षित वातावरण की स्थापना हेतु उठाया जा रहा है।

“सच बेधड़क टीवी” ने इस पूरे घटनाक्रम के विरुद्ध सख़्त कानूनी कार्यवाही प्रारंभ कर दी है। संबंधित व्यक्तियों को विधिक नोटिस जारी किए जा चुके हैं और संबंधित थानों में FIR दर्ज कराने की प्रक्रिया चालू है। इसके साथ ही संस्थान ₹25 करोड़ तक का सिविल मानहानि दावा भी दायर कर रहा है। महिला आयोग, महिला थाना और प्रशासन को भी औपचारिक शिकायतें भेज दी गई हैं, और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स से आपत्तिजनक सामग्री हटाने हेतु पत्राचार जारी है।

इस मामले में जिन प्रमुख कानूनी धाराओं के तहत कार्रवाई की जा रही है, उनमें शामिल हैं:

BNS धारा 356(1): झूठे व अपमानजनक प्रचार द्वारा प्रतिष्ठा को ठेस पहुँचाना

BNS धारा 73: महिला की गरिमा पर यौन प्रकृति के झूठे आरोप

BNS धारा 124(2): असत्य प्रचार द्वारा सामाजिक अस्थिरता फैलाना

BNS धारा 78(1)(c): मानसिक प्रताड़ना व धमकी

आईटी अधिनियम धारा 66D: डिजिटल धोखाधड़ी

डिजिटल मीडिया आचार संहिता, 2021: निष्पक्षता का उल्लंघन

इसके अतिरिक्त, संस्थान ने स्पष्ट किया है कि आंतरिक जानकारी, दस्तावेज़ या संवाद को लीक करना एक गंभीर गोपनीयता उल्लंघन है, जो कंपनी की पॉलिसी और भारतीय क़ानूनों के तहत दंडनीय अपराध है। इस आधार पर भी संबंधित व्यक्तियों के विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है।

कुछ व्यक्तियों द्वारा सोशल मीडिया पर संस्थान के खिलाफ वेतन और अनुबंध से जुड़े मुद्दों को तोड़-मरोड़ कर प्रस्तुत किया जा रहा है। इस पर “सच बेधड़क टीवी” ने स्पष्ट कहा है कि भारत में श्रमिक विवादों के निवारण हेतु लेबर कमिश्नर और श्रम न्यायालय जैसे विधिक मंच उपलब्ध हैं। सोशल मीडिया का उपयोग ब्लैकमेलिंग या संस्था की छवि धूमिल करने के लिए करना केवल दुर्भावना से प्रेरित एक औजार है, जो गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है।

इन सभी घटनाओं पर “सच बेधड़क टीवी” का स्पष्ट और सशक्त संदेश है –
“हम न किसी आपराधिक दबाव में आए हैं, न आएँगे। नारी सम्मान, निष्पक्ष पत्रकारिता और संस्थान की गरिमा के साथ कोई समझौता नहीं होगा। जो लोग हमारी छवि को नुकसान पहुँचा रहे हैं – उन्हें क़ानून के अनुसार कड़ी सज़ा मिलेगी।”

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Author: media4samachar

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