नोएडा पुलिस द्वारा 65 करोड़ की ब्लैकमेल और रंगदारी मांगने के आरोप में गिरफ्तार एंकर्स शाजिया और आदर्श अब नोएडा जेल में लगा रहे झाड़ू-पौछा !
कोर्ट ने खारिज की आदर्श की जमानत याचिका, शाजिया ने नहीं लगाई याचिका
ब्लैकमेल और रंगदारी की रकम से लंदन और दुबई में थी घर खरीदने की योजना
अब चैनल को वापस मिलेंगे ब्लैकमेल किए गए 2 करोड़ रुपये
भारत-24 के सीईओ जगदीश चंद्रा, सीनियर एडिटर सैयद उमर, Executive Editor अमित ओझा, डिजिटल हेड शशिकेश रंजन, इनपुट हेड शान नंदा, connectivity head अमित कुमार और assignment से जुड़े प्रफुल्ल कुमार के खिलाफ यौन शोषण का झूँठा आरोप लगाने और चैनल की consulting एडिटर डॉ अनीता हाड़ा, HR –Head अनु श्रीधर, पॉलिटिकल एडिटर अदिति नागर और मैकअप लेडी लक्ष्मी मिश्रा के खिलाफ मानसिक प्रताड़ना के आरोपों की धमकी देने वाली एंकर शाजिया निसार और उसके बॉयफ्रेंड तथा लिव-इन-रीलैशनशिप में साथ रहने वाले एंकर आदर्श झा को 65 करोड़ की ब्लैकमेल और रंगदारी मांगने के आरोप में नोएडा पुलिस द्वारा 10 दिन पहले गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। जेल से जुड़े एक प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार अब ये दोनों एंकर्स सुबह और शाम की पारी में नोएडा जेल में झाड़ू-पौछा लगा रहे हैं । इस प्रकार यह स्पष्ट है कि यह लड़ाई या विवाद केवल दोनों लोगों अर्थात सीईओ जगदीश चंद्रा और एंकर शाजिया निसार के बीच न होकर एक प्रकार से पूरे चैनल और एंकर शाजिया के बीच था और इसीलिए चैनल में कार्यरत कुल 11 लोगों द्वारा 3 FIR और 8 परिवाद शाजिया के खिलाफ दर्ज करवाए गए। नोएडा के टेलीविजन इतिहास में संभवतः यह पहला अवसर है जब एक मुस्लिम महिला एंकर और हिन्दू पुरुष एंकर द्वारा इतनी बड़ी रंगदारी मांगने के बाद उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार किया हो ।
गौरतलब है कि इन दोनों के खिलाफ भारत-24 न्यूज चैनल द्वारा ब्लैकमेल और रंगदारी मांगने के अभी तक कुल 3 FIR और 8 परिवाद दर्ज करवाए गए हैं जिन्हें भी अब पुलिस द्वारा FIR में कन्वर्ट किया जा रहा है। FIR और परिवाद करने वाले ये सभी शाजिया के दुर्व्यवहार, झूँठी धमकियों और उत्पात से परेशान थे। शाजिया ने पुरुष कर्मियों के खिलाफ यौन उत्पीड़न और महिला स्टाफ के खिलाफ मानसिक प्रताड़ना और मानहानि के झूँठे मुकदमे दर्ज करवाने की धमकी दी थी। इन धमकियों के बाद चैनल के शीर्ष प्रबंधन ने वकीलों से राय करके शाजिया और उंसके बिजनस पार्टनर और बॉयफ्रेंड आदर्श झा को घेरने की रणनीति बनाई जिसके तहत चैनल द्वारा पिछले 6 माह के दौरान टुकड़ों में कुल 2.26 करोड़ रुपए का भुगतान चैक द्वारा किया गया । अब इस राशि में से शाजिया के बैंक अकाउंट में से एक करोड़ रुपये तथा उसके घर से 34.50 लाख रुपए नकद और आदर्श झा के बैंक अकाउंट से 52 लाख रुपये पुलिस द्वारा जब्त कर लिए गए हैं। इससे यह साफ प्रमाणित है कि शाजिया के ब्लैकमेल एवं रंगदारी के धंधे में एक नियमित हिस्सा आदर्श झा को भी मिलता था। सूत्रों के अनुसार कार्रवाई पूरी होने के उपरांत यह सारी राशि भारत-24 प्रबंधन को वापस मिल जाएगी। आदर्श के निकटवर्ती सूत्रों के अनुसार 65 करोड़ की रंगदारी मांगने वाली बँटी–बबली की यह ब्लैकमैलर जोड़ी रंगदारी मिलने के बाद लंदन और दुबई में घर खरीद कर वहीं बसने की योजना बना रही थी लेकिन भारत-24 की टीम के प्लान ने यह सारी योजना चौपट कर दी।
भारत-24 के सूत्रों के अनुसार शाजिया और आदर्श ने यह भी धमकी दी थी कि उन्हें 65 करोड़ रुपये का लिखित अन्डर्टैकिंग यदि 10 जून तक नहीं मिला तो 2.26 करोड रुपये की रंगदारी लेने के बावजूद वे लोग चैनल के उक्त अधिकारियों के खिलाफ यौन उत्पीड़न, बलात्कार और मानसिक प्रताड़ना के मुकदमें दर्ज करवा देंगे (उनकी इस धमकी का ओडियो भी पुलिस के पास उपलब्ध है)। भारत-24 के सूत्रों के अनुसार इस धमकी के मिलते ही चैनल का शीर्ष प्रबंधन हरकत में आया और 2.26 करोड़ के भुगतान के बदले जुटाए गए सबूतों के आधार पर ही 8 जून की रात को ही नोएडा पुलिस में मुकदमा दर्ज करवाया गया जिस पर नोएडा पुलिस कमिशनर लक्ष्मी सिंह के सुपरविज़न में पुलिस ने तुरंत एक्शन लेने की अपनी छवि के अनुरूप ही इन दोनों को 8 जून की रात्रि 2:30 बजे उस समय गिरफ्तार कर लिया जब ये दोनों तिलक नगर के पेसिफिक सिनेमाहाल में फिल्म देख रहे थे। नोएडा पुलिस कमिशनर लक्ष्मी सिंह के सुपरविज़न में की गई इस कार्रवाई की लखनऊ में शीर्ष स्तर पर काफी तारीफ हुई है और इस से प्रेरित हो कर अब संभवतः आगरा और कानपुर पुलिस भी इस प्रकार की ब्लैकमैलिंग और रंगदारी के खिलाफ कोई अभियान चला सकती है।
इस सारे प्रकरण में सबसे दिलचस्प बात यह है कि मासूम और भोलेभाले चेहरे वाले आदर्श झा को शाजिया द्वारा ब्लैकमेल से जुटाई गई राशि का 20% मिलता था जिसे शाजिया बाकायदा अपने बैंक अकाउंट से आदर्श के अकाउंट में ट्रांसफर किया करती थी । गौरतलब है कि बैंक द्वारा किये गए इस रहस्योद्घाटन से पहले तक आदर्श के पक्ष में पत्रकारों की एक लॉबी ने अमर उजाला प्रबंधन पर यह दबाव बनाया था कि आदर्श को छोड़ दिया जाए लेकिन अमर उजाला प्रबंधन ने किसी की एक नहीं सुनी और आदर्श को उसी रात बर्खास्त कर दिया। शाजिया को भारत-24 प्रबंधन पहले ही बर्खास्त कर चुका था। सचमुच आदर्श के सारे समर्थक और मित्र अब बैंक द्वारा किए गए इस 52 लाख रुपये के खुलासे से बैकफुट पर आ गए हैं। विधि का विधान देखिए कि दो महीने बाद ही आदर्श की शादी होने वाली थी लेकिन अपनी गर्ल फ्रेंड शाजिया के चक्कर में उसका सबकुछ लूट गया क्योंकि जेल से बाहर आने के बाद अब शायद ही उसी लड़की से इसकी शादी हो और शायद ही कोई न्यूज चैनल उन्हें अपने यहाँ कोई नौकरी दें ।
अब बाजार में इस सारे प्रकरण में दो अहम सवाल पूछे जा रहे हैं। पहला यह है कि चैनल ने इतने दिनों तक् इस blackmail को क्यों बर्दाश्त किया और 6 माह पहले ही दिन इन दोनों को पुलिस को क्यों नहीं सुपुर्द किया? भारत-24 के सूत्रों के अनुसार इस सवाल का उत्तर यह है कि उस समय अर्थात 6 महीने पहले चैनल ने हर स्तर पर यौन उत्पीड़न और mental torture के झूँठे मुकदमे से बचने की पूरी कोशिश की क्योंकि महिला उत्पीड़न के मौजूदा कानून में महिला को अपने आरोपों को सिद्ध करने के लिए कोई सबूत देने की जरूरत नहीं है। ऐसे में यदि चैनल द्वारा जुटाए गए सबूतों के बिना ही शाजिया चैनल के 6 पुरुष लोगों के खिलाफ यौन शोषण की झूँठी FIR दर्ज करवा देती तो फिर बचाव करना मुश्किल था लेकिन इन 6 महीनों में चैनल द्वारा टुकड़ों में किए गए 2.26 करोड़ के भुगतान और जुटाए गए सबूतों से सारी बाजी पलट गई और इसका परिणाम यह है कि अब वे दोनों जेल में हैं । दूसरा सवाल यह है कि जगदीश चंद्रा जैसे उदारवादी व्यक्ति ने इतना कठोर कदम क्यों उठाया और दो एंकर्स को सीधे ही जेल भिजवा दिया? इसका जवाब यह है कि इस बार शायद पानी सर से ऊपर गुजर गया था और इन दोनों को जेल भेजने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं बचा था।
आदर्श और शाजिया इस समय नोएडा से 35 किलोमीटर जिला कारागार, गौतम बुद्ध नगर में बंद हैं और एक प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार जेल में इन दोनों का अधिकांश समय रोने और विलाप करने में ही बीत रहा है, जिन्हें दूसरे कैदी सांत्वना देते हैं और ढाढ़स बांधते रहते हैं । इसके साथ ही दोनों के 3 घंटे सुबह और 3 घंटे शाम को जेल परिसर में झाड़ूपौछा करने में ही बीत जाते है। अपराध की गंभीरता को देखते हुए अब कोई भी यह दावे के साथ नहीं कह सकता कि इन दोनों की कोर्ट से जमानत कब होगी ?
शाजिया और आदर्श के पास से पुलिस ने 5-6 मोबाईल एवं लैपटॉप भी जब्त किये गए हैं । इसमें कई दूसरे चैनल्स के editors और एंकर्स के नाम हैं। अब नोएडा पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि शाजिया और आदर्श के इस ब्लैकमेल और रंगदारी सिन्डीकेट में एंकर, पत्रकार और influencer के भेष में blackmail और रंगदारी का काम कौन-कौन लोग कर रहे हैं ?
यह भी कैसी विडंबना है कि जिस नोएडा की फिल्म सिटी में कभी इन दोनों एंकर्स की धूम रहती थी, आज वही दोनों एंकर्स नोएडा से 35 किमी दूर गौतम बुद्ध नगर की जेल में बंद हैं। सचमुच शाजिया-आदर्श की जोड़ी आज नौजवानों की उस पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करती है जो बिना किसी मेहनत के और बिना किसी परिणाम की चिंता किए रातों-रात अमीर बन जाना चाहते हैं लेकिन इन लोगों का दुर्भाग्य यह रहा कि पहले अपने सेवाकाल में एक दबंग अफसर रहे और अब एक दबंग सीईओ की छवि वाले जगदीश चंद्रा पर इन लोगों ने गलत हाथ रख दिया जिसका परिणाम आज सबके सामने है। Actually शाजिया और आदर्श ने सोचा होगा कि जितनी आसानी से उन्हें चैनल से 2.26 करोड़ मिल गए, शायद उतनी ही आसानी से अब 65 करोड़ भी मिल जाएंगे। बस यही गलत आकलन और तुरंत अमीर बनने की महत्वाकांक्षा इन लोगों को ले डूबी ।
