जयपुर, 5 सितम्बर 2025:
ज़ी राजस्थान के हेड आशीष दवे पर दर्ज हुई एफआईआर के बाद सोशल मीडिया पर मानो जश्न का माहौल बन गया है। कई पत्रकारों और पूर्व सहयोगियों ने अपनी भावनाएँ खुले शब्दों में साझा की हैं।
ज़ी मीडिया राजस्थान के पूर्व रिपोर्टर आशुतोष शर्मा ने चैनल के दिवंगत संपादक स्व. मनोज माथुर को याद करते हुए लिखा – “काश आज आप हमारे बीच होते, यह दिन देखने के लिए। कहा जाता है ईश्वर की लाठी में आवाज़ नहीं होती, लेकिन आपसे जुड़े हर शख्स ने आज वह आवाज़ सुनी।”
इसी तरह पत्रकार मनीष रामदेव ने अपनी पोस्ट में लिखा – “भगवान की मर्जी के आगे सब लाचार हैं, लेकिन अगर कुछ लोगों की दगाबाज़ी न होती तो आज मनोज माथुर हमारे साथ होते।”
वहीं वरिष्ठ पत्रकार संदीप व्यास ने फेसबुक पोस्ट में दवे की गिरफ्तारी को उनके कर्मों का फल बताया। उनके अनुसार, “आशीष दवे को आखिरकार अपने कर्मों की सजा मिल ही गई।”
पत्रकारों का परिवार से मिलना
सूत्रों के मुताबिक, कई पत्रकार बीते दिन स्व. मनोज माथुर की पत्नी से मिलने उनके घर पहुँचे। उन्होंने परिवार को ढांढस बंधाया और भरोसा दिलाया कि “मनोज माथुर मिलने काब्य पहला चरण है।”
जनभावना का संदेश
एफआईआर के बाद सोशल मीडिया पर लगातार प्रतिक्रियाएँ आ रही हैं। यह साफ़ दिख रहा है कि आशीष दवे की गिरफ्तारी की कार्रवाई को पत्रकारिता जगत के एक बड़े हिस्से ने न्याय की दिशा में अहम कदम माना है।
