क्या आदर्श झा बनेगा सरकारी गवाह ?
क्या नोएडा पुलिस की तरह अब कानपुर पुलिस और आगरा पुलिस भी शुरू करेगी ब्लैकमैलिंग और रंगदारी के खिलाफ ऐसा ही अभियान ?
नई दिल्ली । पिछले कुछ महीनों के दौरान शाजिया निसार द्वारा अपने बॉयफ्रेंड और लीव-इन-पार्टनर आदर्श झा के बैंक खातों में टुकड़ों-टुकड़ों में कुल 52 लाख रुपये की राशि ट्रांसफर किये जाने के रहस्योद्घाटन के बाद अब यह बात साफ तौर पर प्रमाणित हो गई है कि एक शरीफ और मासूम चेहरे वाला अमर उजाला का पूर्व एंकर आदर्श झा इस रंगदारी प्रकरण में शाजिया का बिजनस पार्टनर था। एक सूत्र के अनुसार वर्ष 2024 में भी शाजिया द्वारा आदर्श के खातों में टुकड़ों में कुल 22 लाख रुपये ट्रांसफर किये जाने की चर्चा है।
आदर्श के निकटवर्ती सूत्रों के अनुसार मीडिया के कुछ क्षेत्रों में आदर्श के मित्र पत्रकारों में जो सहानुभूति का माहौल बना था, वह अब लगभग खत्म हो गया है और इस सारी लड़ाई में अब आदर्श अकेला पड गया है और इतनी बड़ी राशि बैंक में आने के बाद अब आदर्श की जमानत भी आसान नहीं होगी। इस संकटपूर्ण हालात में आदर्श के समर्थकों और मित्रों ने आदर्श को यह सुझाव दिया है कि अब उसके पास अपने बचाव के लिए एक सरकारी गवाह बनने के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचा है। आदर्श के मित्र इस संबंध में अब कानूनविदों से विचार विमर्श कर रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार पुलिस को आदर्श-शाजिया के यहाँ से कोई ऐसी डायरी मिली है जिसमें कुछ बड़े संपादकों और एंकर्स के नाम लिखे हुए हैं, जिसकी पड़ताल भी अलग से की जा रही है। गौरतलब है कि शाजिया-आदर्श के अलावा नोएडा में कुछ ऐसे दूसरे पत्रकार भी हैं जिन पर समय-समय पर ब्लैकमेल और रंगदारी के आरोप लगते रहे हैं। इन लोगों पर कुछ बड़े बिल्डर्स, गुटखा और शराब व्यवसाइयों को धमकी दे कर उगाही करने का आरोप है । अब ऐसा प्रतीत होता है कि रंगदारी वसूल करने वाले ऐसे लगभग एक दर्जन छोटे पत्रकारों की बिरादारी ही आदर्श का समर्थन और पुलिस की कार्रवाई का विरोध कर रही हैं और पुलिस अब ऐसे सब पुराने लोगों का रिकार्ड खंगाल रही है ।
सूत्रों के अनुसार ब्लैकमेल और रंगदारी के खिलाफ नोएडा पुलिस कमिशनर लक्ष्मी सिंह द्वारा शुरू किये गए इस अभियान को अब यूपी सरकार कानपुर, आगरा सहित कुछ दूसरे संभागों में चालू करने पर विचार कर रही है। इस दृष्टि से नोएडा पुलिस द्वरा शुरू किये गए अभियान को ऐसी कार्रवाइयों का श्री गणेश कहा जा सकता है।
हर कोई जानता है कि योगी राज में ब्लैकमैलिंग और रंगदारी नहीं चलेगी क्योंकि खुद मुख्यमंत्री ब्लैकमेल, रंगदारी और भ्रष्टाचार के खिलाफ ज़ीरो टोलरेन्स के नीति पर काम कर रहे हैं । इस दृष्टि से 65 करोड़ की रंगदारी स्कैन्डल का भाँड़ाफोड़ करने की नोएडा पुलिस की कार्रवाई को कानून व्यवस्था के क्षेत्र में योगी सरकार की एक बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है। अब ऐसे हालात में यदि आदर्श को सरकारी गवाह बनाने के प्रयास सफल हो जाते हैं तो फिर इस सारे स्कैन्डल में यह नया मोड आने के बाद शाजिया को लंबी सजा हो सकती है तब उसका बॉयफ्रेंड और लीव-इन-पार्टनर ही उसके अगले 5-7 साल जेल में ही रहने का मार्ग प्रशस्त करेगा।
