कानपुर- अधिवक्ता और एबीसी न्यूज़ चैनल के मालिक अखिलेश दुबे की परेशानियां कम होने की बजाय बढ़ती जा रही हैं। कानपुर विकास प्राधिकरण ने दुबे के जूही स्थित शक्तिदीप गेस्ट हाउस के लॉन में बुलडोजर चलवा दिया है। इसके अलावा कई अन्य संपत्तियों पर भी प्रशासन की नजर है।
उधर दूसरी तरफ एक विषकन्या का भी खुलासा हो गया है जो शातिर दुबे के इशारे पर लोगों को फर्जी मुकदमे में फंसाती थी। इन लड़कियों के नाम कोडवर्ड में लिए जाते थे। जैसे- एमएस, पीटी, आरके और जीएस।
यह भी सामने आया है कि पिछले दिनों गिरफ्तार किए गये शैलेंद्र यादव उर्फ टोनू और एक अन्य गुर्गा दूसरों को फर्जी केस में फंसाने के लिए इन लड़कियों का बाकायदा इंटरव्यू लेते थे, उसके बाद टीम में शामिल करते थे। लड़कियों से मार्केटिंग व अन्य कामों का सब्जबाग दिखाकर साक्षात्कार लिया जाता था।
लड़कियों में सुंदरता और तेज तड़क बोलचाल वाली क्वालिटी देखी जाती थी। पुलिस ने इस कड़ी में निराला नगर की रहने वाली एक युवती की शिनाख्त भी की है। कई की तलाश जारी है। इन युवतियों में उसका नाम भी शामिल है जो लोगों को फंसाने की एवज में दुबे एंड टीम से दो करोड़ रुपये लिए थे।
जानकारों की माने तो इस प्रकरण में शहर के कई मठाधीशों के चेहरों पर पड़ा शरीफी का नकाब उतरना बाकी है। हालांकि पुलिस अपना काम ईमानदारी से करे तब। क्योंकि दुबे का खाकी के बीच क्या रुतबा रहा है ये पूरा शहर और आस-पास के जिलों में मशहूर है।
