सहारा समूह में इन दिनों सैलरी व अन्य मांगो को लेकर कर्मचारी अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं। उधर ठग गैंग सक्रिय हो गया है, जिसने सहारा टीवी चैनल के नाम पर सोशल मीडिया में पत्रकारों के लिए वैकेंसी निकाल दी है। इस बात की जानकारी हुई तो सहारा समूह की तरफ से विज्ञापन निकालकर इसका खंडन किया गया है-
नई दिल्ली। सहारा समय टीवी चैनल के नाम पर डिजिटल प्लेटफॉर्म पर फर्जी भर्ती विज्ञापन जारी किए जाने का मामला सामने आया है। प्रबंधन ने अपने अखबार में सार्वजनिक नोटिस जारी कर लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
प्रबंधन के अनुसार, कुछ अनधिकृत लोग ‘कंटेंट राइटर, रिपोर्टर, वीडियो एडिटर, ग्राफिक्स डिजाइनर, मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव और कैमरामैन’ जैसे पदों के लिए आवेदन आमंत्रित कर रहे हैं। इन विज्ञापनों में मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी भी दी गई है, जो पूरी तरह से फर्जी है।
प्रबंधन ने स्पष्ट किया है कि सहारा समय टीवी की ओर से इस प्रकार की कोई भर्ती प्रक्रिया नहीं चलाई जा रही है। यदि कोई व्यक्ति इस तरह की फर्जी भर्ती प्रक्रिया में शामिल होता है तो वह स्वयं अपने जोखिम पर होगा और कंपनी इसकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेगी।
कानूनी चेतावनी
नोटिस में यह भी कहा गया है कि इन फर्जी विज्ञापनों में कॉपीराइट का उल्लंघन किया गया है, जो कि कॉपीराइट एक्ट, 1957 का उल्लंघन है। सहारा टीवी ने नौकरी चाहने वालों से अपील की है कि वे किसी भी भर्ती विज्ञापन की प्रामाणिकता पहले सत्यापित करें और अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें।
यह मामला उस समय चर्चा में आया है, जब सहारा समूह वित्तीय संकट और कर्मचारियों के बकाया वेतन के मुद्दे से जूझ रहा है। ऐसे में फर्जी भर्ती विज्ञापन से लोगों को गुमराह करने की कोशिश और भी चिंताजनक है।
