बूंदी। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) कार्यालय में कार्यरत एक वरिष्ठ सहायक ने तीन पत्रकारों और उनके मीडिया संस्थानों पर झूठी खबरें प्रसारित करने, पैसे मांगने और धमकाने जैसे गंभीर आरोप लगाते हुए कानूनी नोटिस भेजा है।
मामला राजकुमार शर्मा, वरिष्ठ सहायक (CMHO कार्यालय, बूंदी) से जुड़ा है। शर्मा ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से पत्रकार भवानी सिंह (फर्स्ट इंडिया, न्यूज़ 18 राजस्थान), अनंत दाधीच (समाचार प्लस 24×7) और जगदीश प्रजापत (फर्स्ट इंडिया न्यूज़) सहित उनके संस्थानों को रजिस्टर्ड नोटिस भेजा है।
पत्रकार भवानी सिंह पर इससे पहले भी अवैध बजरी खनन में संलिप्तता का आरोप लग चुका है, जिसका एक ऑडियो भी वायरल हुआ था। वर्ष 2015 में शिक्षा विभाग के एक कर्मचारी से ₹2 लाख की चौथ वसूली का मामला भी उनके खिलाफ दर्ज हुआ था।
नोटिस के मुख्य बिंदु
शर्मा 2011 से चिकित्सा विभाग में कार्यरत हैं और 2022 में वरिष्ठ सहायक के पद पर पदोन्नत हुए।
उनका आरोप है कि पत्रकारों ने मनगढ़ंत शिकायत के आधार पर बिना किसी जांच के उनके खिलाफ खबरें प्रसारित कीं।
इन खबरों से उनकी प्रतिष्ठा को गहरी ठेस पहुंची और सामाजिक व विभागीय स्तर पर उनकी छवि धूमिल हुई।
आरोप है कि पत्रकारों ने बाद में खबर रोकने के एवज में पैसों की मांग की और इनकार करने पर और भी नकारात्मक खबरें छापने व नौकरी से निकलवाने की धमकी दी।
मांगें और चेतावनी
शर्मा ने 15 दिनों के भीतर लिखित माफी, झूठी खबरों के स्रोत का खुलासा और भविष्य में पुनरावृत्ति न करने का आश्वासन मांगा है।
चेतावनी दी गई है कि यदि ऐसा नहीं किया गया, तो संबंधित पत्रकारों और संस्थानों के खिलाफ मानहानि का दीवानी और आपराधिक मुकदमा दायर किया जाएगा।
यह मामला स्थानीय मीडिया जगत में पत्रकारिता की आड़ में कथित ब्लैकमेलिंग और जबरन वसूली पर गंभीर सवाल खड़ा कर रहा है।
