डिजिटल पत्रकारिता की दुनिया में करोड़ों दर्शकों की आवाज बन चुके शुभांकर मिश्रा ने अब NDTV इंडिया के साथ जुड़कर अपने करियर का नया अध्याय शुरू कर दिया है। जुलाई 2025 से वह NDTV इंडिया पर एक नए प्राइम टाइम शो की मेजबानी करते नजर आएंगे। यह सिर्फ एक नियुक्ति नहीं, बल्कि हिंदी पत्रकारिता की दिशा बदलने वाला एक अहम मोड़ है- ऐसा मोड़, जो खबरों के देखने, समझने और साझा करने के तरीके को एक नई दिशा देगा।
एक वक्त था जब शुभांकर मिश्रा इंजीनियर बनने की राह पर थे। परिवार की अपेक्षाएं, समाज की परंपराएं और करियर की स्पष्ट रेखाएं तय थीं। लेकिन फिल्म ‘3 इडियट्स’ देखने और एक ईमानदार आत्मचिंतन के बाद उन्होंने अपने लिए एक नया रास्ता चुना- पत्रकारिता का रास्ता। यह फैसला न तो आसान था, न ही आम। लेकिन यह वही निर्णय था जिसने उन्हें भारत के सबसे ज्यादा देखे जाने वाले डिजिटल पत्रकारों की कतार में खड़ा कर दिया।
NDTV इंडिया में बतौर कंसल्टिंग एडिटर शुभांकर मिश्रा ने अपने नए सफर की शुरुआत किया हैं
शुभांकर मिश्रा ने अपनी पत्रकारिता केवल स्टूडियो तक सीमित नहीं रखी। उन्होंने असम की बाढ़ग्रस्त बस्तियों से लेकर हिंदी पट्टी के उन इलाकों तक रिपोर्टिंग की, जहां मुख्यधारा की सुर्खियां कभी नहीं पहुंचीं। COVID काल में जब बहुत से पत्रकार दूरी पर थे, शुभांकर ग्राउंड पर मौजूद थे।
उन्होंने जब पारंपरिक टीवी चैनलों से दूरी बनाई, तो यह प्रसिद्धि के पीछे भागने का नहीं, बल्कि पत्रकारिता को अपनी शर्तों पर जीने का निर्णय था। इंस्टाग्राम, यूट्यूब, फेसबुक और ट्विटर जैसे प्लेटफॉर्म्स पर 30 मिलियन से अधिक फॉलोअर्स के साथ उन्होंने न केवल एक डिजिटल उपस्थिति बनाई, बल्कि एक भरोसे का नेटवर्क खड़ा किया—एक कहानी से दूसरे तक।
शुभांकर कहते हैं, “मैं यहां आराम से बैठने नहीं आया, मैं वो सवाल पूछना चाहता हूं जो पूछे जाने जरूरी हैं, NDTV उन कुछ संस्थानों में से एक है जो अभी भी आपको ऐसा करने का अवसर देता है।”
NDTV के सीईओ और एडिटर-इन-चीफ राहुल कंवल के मुताबिक, “शुभांकर उस तरह की पत्रकारिता का प्रतीक हैं जिसकी आज के दौर को जरूरत है—निडर, फील्ड-फर्स्ट और भारत की आत्मा से जुड़ी हुई। उनकी डिजिटल फॉलोइंग सिर्फ आंकड़ा नहीं, भरोसे का संकेत है।”
उनकी NDTV में एंट्री उस व्यापक बदलाव का हिस्सा है, जो पत्रकारिता को अधिक जमीनी, भागीदारीपूर्ण और समावेशी बनाने की दिशा में है। चैनल ने पहले ही फील्ड रिपोर्टिंग, डिजिटल-फर्स्ट फॉर्मेट और मल्टीप्लेटफॉर्म कवरेज जैसे कदमों के जरिए दर्शकों को नई पीढ़ी की पत्रकारिता से जोड़ना शुरू कर दिया है।
अब NDTV का यह नया प्राइम टाइम चेहरा अपने अनुभव, ऊर्जा और संवेदनशीलता के साथ दर्शकों से सीधा संवाद करेगा। और शायद यही वो मोड़ है जहां से हिंदी पत्रकारिता की नई सुबह शुरू होती है।
