नोएडा: Noida blackmail case: नोयडा के सेक्टर-62 स्थित एक प्रतिष्ठित टीवी न्यूज चैनल से जुड़े 60 करोड़ रुपये की ब्लैकमेलिंग और रंगदारी के मामले में अब एक के बाद एक कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं।
नोएडा पुलिस की तफ्तीश में यह बात सामने आई है कि चैनल की महिला एंकर शाजिया निसार और डिजिटल मीडिया एंकर आदर्श झा ने चैनल के सीईओ और मुख्य संपादक को झूठे आरोपों में फंसाने की धमकी देकर 2.26 करोड़ रुपये वसूल लिए।
2.26 करोड़ गए खाते में, शौक और संपत्ति से उभरे सवाल
• पुलिस के मुताबिक, जुलाई 2024 से मई 2025 के बीच शाजिया निसार के खाते में कुल 2.26 करोड़ रुपये की रकम 8 किस्तों में ट्रांसफर हुई।
• इसमें से 30 लाख रुपये आदर्श झा के खाते में स्थानांतरित किए गए।
• शाजिया ने फरवरी 2025 में एक महंगी स्कॉर्पियो कार (25 लाख रुपये) अपने निजी खाते से खरीद ली।
• उसके पास हीरे से जड़ा लिमिटेड एडिशन मोबाइल भी मिला है, जिसकी कीमत करीब 25 लाख रुपये बताई जा रही है।
• पुलिस को यह भी पता चला कि उसने दिल्ली के तिलक नगर में एक फ्लैट भी खरीदा है।
कैसे हुआ ट्रांजैक्शन?
जुलाई 2024 से मई 2025 तक के ट्रांजैक्शन का विवरण:
• 15 जुलाई 2024 – ₹3 लाख
• 23 नवंबर 2024 – ₹11 लाख
• 30 नवंबर 2024 – ₹11 लाख
• 1 फरवरी 2025 – ₹51 लाख
• 10 मार्च 2025 – ₹50 लाख
• 3 अप्रैल 2025 – ₹50 लाख
• 15 मई 2025 – दो बार में ₹50 लाख
(इन सभी ट्रांजैक्शनों की पुष्टि बैंक स्टेटमेंट्स और डिजिटल रिकॉर्ड के आधार पर की गई है।)
जांच में सामने आया कि शाजिया ने जयपुर सहित विभिन्न जगहों की यात्रा पर आदर्श झा के साथ कई बार गई और रंगरेलिया बनाई हैं
दोनों के सीसीटीवी फुटेज और ट्रैवल डेटा भी पुलिस के पास हैं।
क्या थी मूल शिकायत?
सेक्टर-62 स्थित चैनल के सीईओ ने सेक्टर-58 थाना में शिकायत इन बातों का उल्लेख किया था-
• एंकर शाजिया निसार ने उन्हें दुष्कर्म के झूठे आरोप में फंसाने और आत्महत्या करने की धमकी देकर ब्लैकमेल किया।
• उनसे 60 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी गई।
• पिछले एक साल में 2.26 करोड़ रुपये की वसूली कर ली गई थी।
• आदर्श झा इस पूरे मामले में शाजिया का सहयोगी था।
नोएडा में टीवी पत्रकारिता की साख को हिला देने वाला यह मामला ब्लैकमेलिंग, अवैध वसूली और लग्जरी लाइफस्टाइल के जरिए भ्रष्टाचार की भयावह तस्वीर पेश करता है। जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आने की संभावना बनी हुई है।
डायरी में पुलिस को कुछ टीवी चैनल से जुड़े संपादकों के नाम व नंबर मिले हैं उनको भी हिरासत में लेकर पुलिस जानकारी करेंगी
