जयपुर, 4 सितम्बर 2025:
ज़ी मीडिया कॉर्पोरेशन लिमिटेड (ZMCL) ने अपने ही चैनल हेड आशीष दवे पर गंभीर आरोप लगाते हुए जयपुर के अशोक नगर पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई है। कंपनी का आरोप है कि दवे ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अनधिकृत वित्तीय सौदेबाजी की, कंपनी की साख को नुकसान पहुँचाया और विभिन्न विक्रेताओं से धन उगाही की कोशिश की। यह एफआईआर 4 सितंबर 2025 को दर्ज की गई है, जिसमें भारतीय न्याय संहिता (BNS), 2023 की कई धाराओं — 308(2), 318(4), और 351(2) के तहत कार्रवाई की मांग की गई है।
एफआईआर में क्या है?
एफआईआर के अनुसार, आशीष दवे को 21 मार्च 2023 से ज़ी राजस्थान और ज़ी 24 घंटा चैनल के हेड के रूप में नियुक्त किया गया था। इस पद पर रहते हुए उनके पास संपादकीय और संचालन संबंधी महत्वपूर्ण निर्णय लेने की जिम्मेदारी थी। हालांकि, कंपनी की आंतरिक जांच और कई शिकायतों से पता चला कि दवे ने कंपनी की अनुमति के बिना अनधिकृत वित्तीय लेन-देन किए।
कंपनी ने आरोप लगाया है कि दवे ने विभिन्न विक्रेताओं और संस्थाओं से पैसे की मांग की, और जब उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो चैनल पर नकारात्मक और हानिकारक खबरें प्रसारित करने की धमकी दी। एफआईआर में कहा गया है कि दवे ने कंपनी के चैनलों का उपयोग व्यक्तिगत लाभ के लिए किया, जिसमें धमकी भरा, नकारात्मक और बदनाम करने वाला कंटेंट शामिल था।
कंपनी का बयान
ज़ी मीडिया ने स्पष्ट किया है कि दवे की ये सभी गतिविधियाँ पूरी तरह व्यक्तिगत थीं और कंपनी ने उन्हें कभी भी अधिकृत या समर्थन नहीं किया। कंपनी ने कहा कि इन कृत्यों से उसकी विश्वसनीयता, अखंडता और प्रतिष्ठा को अपूरणीय क्षति पहुँची है।
पुलिस कार्रवाई
अशोक नगर थाना पुलिस ने शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली है और जांच एएसआई हरी सिंह को सौंपी है। पुलिस ने मामले को गंभीर मानते हुए विस्तृत जांच शुरू कर दी है। अभी तक आशीष दवे की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
बड़ा सवाल
यह मामला मीडिया उद्योग में नैतिकता, पद के दुरुपयोग और संस्थागत साख पर बड़ा सवाल खड़ा करता है। आने वाले दिनों में पुलिस की जांच से और भी चौंकाने वाले तथ्य सामने आ सकते हैं।
