धर्म की आड़ में बड़ा फर्जीवाड़ा करने वाले इन दो चेहरों को देखिए। गले में फूल माला लादे रविशंकर महाराज उर्फ रावतपुरा सरकार है। और दूसरा व्हाइट शर्ट में अतुल तिवारी है। अतुल तिवारी मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ से संचालित न्यूज चैनल Vistaar News का मालिक है। इन दोनों का फर्जीवाड़ा पढ़कर आपके पैरों तले जमीन खिसक जाएगी। Media4samachar ने तीन भागों में इनकी काली करतूतें छापी हैं, जिसे विस्तार न्यूज़ ने विस्तार से दिखाने बताने का दम नहीं दिखाया। क्यों, पता है? नीचे पढ़ आइये…
एमपी/सीजी- यह बड़ा सवाल आप सभी के मन में पिछले दो सालों से उठ रहा होगा कि आखिर विस्तार न्यूज़ क्यों शुरू किया गया। क्या ही जरूरत पड़ी होगी इस चैनल को शुरू करने की।
क्यों आखिर करोड़ों रुपये फूंके गए एक सैटेलाइट न्यूज चैनल खड़ा करने में। पत्रकारों की भर्ती की गई। ब्रजेश राजपूत और ज्ञानेंद्र तिवारी जैसे तेज तर्रार पत्रकारों को हायर किया गया। लेकिन हुआ क्या एमपी-सीजी का इतना बड़ा घोटाला तो चैनल ने दबा लिया।
इस चैनल के मालिक अतुल तिवारी को पत्रकार और यूट्यूबर देवेश तिवारी ने फर्जी मुन्नाभाई की संज्ञा दी है।
देवेश तिवारी के मुताबिक यह चैनल अपनी काली करतूतों को छुपाने के लिए शुरू किया गया था। घोटाले करो और पत्रकारिता के नाम पर बच निकलो। चैनल के दफ्तर में आए दिन बड़े-बड़े नेताओं के इंटरव्यू होते हैं। जिसके चलते फर्जीवाड़े की भनक लगने पर भी जिम्मेदार आंखें फेर लेते हैं।
दूसरा यह कि मीडिया इंडस्ट्री का एक चलन है कि कभी यह लोग दूसरे चैनल या उससे जुड़े घोटाले अथवा किसी फर्जीवाड़े की खबरें नहीं छापते-दिखाते। गजब तालमेल रखते हैं। रखें भी क्यों न हमाम में सभी नंगे जो हैं।
यही कारण रहा कि विस्तार न्यूज़ ने अपने मालिक अतुल तिवारी और उसके मालिक रावतपुरा सरकार के इतने बड़े घोटाले की खबर दाब ली। अन्य किसी मीडिया संस्थान ने छापा दिखाया भी तो उसमें अतुल तिवारी थे लेकिन विस्तार न्यूज़ का नाम गायब रहा।
लेकिन पत्रकार और यूट्यूबर देवेश तिवारी ने इस पूरे मामले को अपने यूट्यूब चैनल सीजी बॉक्स के जरिए बड़े ही निडर अंदाज में उठाया है
