न्यूज चैनलों से निकलकर यूट्यूब प्लेटफार्म की दुनिया में उतरे वरिष्ठ पत्रकार पुण्य प्रसून बाजपेई जी का चैनल गायब हो गया है। इनपुट है कि पिछले एक घंटे से ज्यादा समय से उनका चैनल ओपन नहीं हो रहा है।
इंटरनेट यूजर्स ने इसे लेकर सोशल साइट एक्स और फेसबुक पर तमाम मैसेजेस करने शुरू कर दिये हैं। बता दें कि इससे पहले इस तरह का मसला 4पीएम के साथ हो चुका है जब सरकार ने बिना किसी नोटिस या पूर्व सूचना के गुपचुप तरीके से पूरा चैनल ही गायब करवा दिया।
प्रकरण पर प्रकाश कुमार नाम के यूजर लिखते हैं- वरिष्ठ पत्रकार पुण्य प्रसून वाजपेई जी का चैनल Youtube से हटा दिया गया है। क्या नेशनल इंटरेस्ट की आड़ में सरकार लोकतांत्रिक आवाजों को कुचलना चाहती है?
हालांकि अभी इस मामले में पुण्य प्रसून जी की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। लोग जानना चाहते हैं कि आखिर अचानक हुआ क्या है।
वहीं, जानकार इसे सरकार प्रायोजित हथकंडा मानकर चल रहे हैं। तर्क है कि कभी-कभी सरकार इस तरह के मामलों में अपने स्लीपर सेल्स का इस्तेमाल करती है। जिसमें प्राइवेट कंपनियां, हैकर्स या फिर सरकार के लिए काम कर रही प्रचार-प्रसार एजेंसियों की संलिप्तता होती है। जो चैनल को हैक कर या अन्य संसाधनों से ब्लैक ऑउट करवा देती है।
सूत्रों की माने तो पुण्य प्रसून की टीम यूट्यूब से संपर्क कर रही है। मेल इत्यादि किए जाने की प्रक्रिया की जा रही है। साथ ही पुण्य जी द्वारा किसी संदेश का भी इंतजार किया जा रहा है।
