गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने 20 जनवरी 2025 को पत्रकार पंकज पाराशर, देव शर्मा और अवधेश सिसोदिया को रंगदारी के आरोप में गिरफ्तार किया था। इन पर आरोप था कि इन्होंने लोगों को धमकाकर उनसे पैसे वसूले और धमकी दी कि यदि पैसे नहीं दिए गए तो उनके खिलाफ झूठी या भ्रामक खबरें प्रकाशित की जाएंगी।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया था कि ये आरोपी कुख्यात गैंगस्टर रवि नागर उर्फ रवि काना के गिरोह से जुड़े हुए हैं, जो वर्तमान में गौतमबुद्ध नगर की लुक्सर जेल में बंद है।
इन आरोपियों ने रवि काना के काले धन को वैध बनाने के लिए कई पंजीकृत कंपनियों का उपयोग किया। पुलिस ने इनके पास से ₹6.3 लाख नकद, दो कारें और 14 वाहन पंजीकरण प्रमाणपत्र बरामद किए थे।
6 मई 2025 को अचानक पंकज पाराशर को प्रतापगढ़ जेल और देव शर्मा को झांसी जेल में स्थानांतरित किया गया जबकि अवधेश सिसोदिया को लुक्सर जेल में ही रखा गया है।
