बेंगलुरु: रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्णब गोस्वामी और बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय के खिलाफ झूठी जानकारी फैलाने के आरोप में हाई ग्राउंड्स पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज की गई है। पुलिस दोनों को पूछताछ के लिए नोटिस भेजने की तैयारी कर रही है।
यह मामला इंडियन यूथ कांग्रेस की लीगल सेल के प्रमुख बीएन श्रीकांत स्वरूप की शिकायत पर दर्ज किया गया है। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि मालवीय और गोस्वामी ने आपराधिक मंशा के तहत एक झूठे और भ्रामक प्रचार अभियान की साजिश रची।
शिकायतकर्ता के अनुसार, दोनों आरोपियों ने यह झूठ फैलाया कि तुर्की के इस्तांबुल कांग्रेस सेंटर को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) का कार्यालय बताया गया। यह दावा न केवल तथ्यहीन है, बल्कि जानबूझकर भारत की जनता को गुमराह करने, एक प्रमुख राजनीतिक दल को बदनाम करने, देशभक्ति की भावनाओं से खिलवाड़ करने, सामाजिक अशांति भड़काने और राष्ट्रीय सुरक्षा तथा लोकतांत्रिक ढांचे को कमजोर करने की आपराधिक मंशा से किया गया।
शिकायत में यह भी कहा गया है कि यह पूरा मामला भारत और तुर्की के बीच पहले से तनावपूर्ण रिश्तों के संदर्भ में और अधिक संवेदनशील हो जाता है, खासकर तुर्की द्वारा पाकिस्तान का पक्ष लेने की धारणा के बीच।
स्वरूप ने कहा, “मालवीय और गोस्वामी की यह हरकत भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों, सार्वजनिक सुरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा पर सीधा हमला है। उनके प्रभाव का आपराधिक मंशा से दुरुपयोग देशहित के खिलाफ है और इस पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।”
पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (BNS) की धारा 192 (दंगा भड़काने की मंशा से उकसाना) और धारा 352 (जानबूझकर अपमान करना जिससे शांति भंग हो) के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस अब दोनों को पूछताछ के लिए तलब करने की तैयारी कर रही है।
